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Overview
About Me
हुगली पश्चिम बंगाल की पैदाइश। बाबूजी यू.पी से है और माँ दरभंगा (बिहार) की, इसलिए तीन संस्कृतियों को एक साथ जीने का मौका मिला है। इसलिए अपनी वास्तविक पहचान अभी तक समझ नहीं पाया हूं। बंगाल में जहां छुटपन से लेकर कॉलेज के दिन बीते है। वही पत्रकारिता के चाह ने दिल्ली तक पहुंचा दिया है। देखना और लिखना शौक़ है, वही कुछ नया जानने और सीखने की चाहत। जहां लोग ज्यादातर विदेशी भाषा सीखने के शौकीन होते है, मुझे जी करता है भारत में बोली जाने ढेरों बोलियां एक साथ बोलने आ जाती तो कितना अच्छा होता। साहित्य, सिनेमा, रंगमंच और घुम्मकड़ी में दिलचस्पी हैं...
Why I’m on Couchsurfing
लाखों-लाख कहानियाँ लेखक के तलाश में भटक रही हैं. लाखों-लाख कहानियाँ मर-खप भी चुकी हैं. कहानियाँ भी मनुष्य या पशु या पेड़-पौधों की तरह पैदा होती हैं, जीती और मर जाती हैं... और कहानियाँ तलाशने में घुम्मकड़ी से बेहतर विकल्प कुछ नहीं.
नई कहानियों के तलाश में कुछ नया सीखने-जानने-समझने का क्रम बना हुआ है. और 'काउचसर्फिंग' जैसे प्लेटफार्म ने हम जैसे घुम्मकड़ों को करीब लाया है. जिनका धर्म-इमान-मजहब जो कह ले एक ही है - घुम्मकड़ी!
आइए इस दुनिया को हम अपने स्तर पर घुम्मकड़ी से बेहतर बनाए.
बंगाल आना हुआ तो संपर्क किया जा सकता है. रहना हुगली में होता है. कोलकाता शहर से दूर सबअर्ब में. आइए अच्छा लगेगा. मिलकर नया कुछ सीखते है. नई जगहों को तलाशते हैं...
Interests
- books
- literature
- poetry
- photography
- music festivals
- environment
- minimalism
- music
- cycling
- hiking
- sociology
- solo travel
- beaches
- mountains
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- moonlight
Countries I’ve Visited
India, Nepal
Countries I’ve Lived In
India